इसे एक उदाहरण से समझते है.
हम एक शब्द लेते है, ‘Learnermind ’ जिसे साधारण लिखा गया है. जो हमें आम टेक्स्ट की तरह ही सीधा “Learnermind” दिखाई दे रहा है. अब हम इसे HTML के द्वारा Markup करते है. और Markup मे हम इसे तिरछा करते है. जब Learnermind को इन दोनो चिन्हों <i> </i> के बीच इस तरह <i>Learnermind</i> लिखा जायगा तो यह शब्द इस तरह तिरछा “Learnermind” दिखाई देगा. अर्थात इसे तिरछा (italic) Markup किया गया है.
इस पूरी प्रक्रिया को ही मार्क अप करना कहता है. और वेब पर मौजूद सभी वेब डॉक्युमेंट इसी तरह फॉर्मेट किए जाते हैं.
इसमें language से क्या मतलब हैं- what is mean of language in html ?
HTML एक भाषा हैं और इसे Code Language का प्रयोग करके लिखते हैं जिसे tag कहतें हैं, जिस तरह किसी भाषा को लिखने के लिए कुछ rule होते है वैसे ही HTML को भी लिखने के अपने rule हैं
जैसे पहले opening tag, content , closing tag, इस आधार पर HTML एक भाषा हैं
HTML का इतिहास – HTML History in Hindi
आइये अब हम HTML के इतिहास के बारे में जानने के लिया पीछे चलते हैं
html पहली computer language थी जिसका विकास 90 जे दशक में हुआ था और तब से अब तक इसके कई version आ चुके हैं हैं|
html का विकास Sir Tim Berners lee ने की थी,
र्तमान समय में HTML के विकास का जिम्मा एक संस्था “World Wide Web Consortium (W3C)” के पास है. यह संस्था ही अब HTML का ख्याल रखती है. आइए जानते है अब तक आए HTML के संस्करणों के बारे में.
HTML (html 0.1)
HTML का जो पहला version आए था उसका नाम बस html था लेकिन future में आने वाले और version को देखते हुआ इसी html 0.1 नाम दिया गए था,
html 0.1 में बस कुछ ही tag दिए गए थे जिसका प्रयोग text को structure देना था, इनमे से कुछ tag हम आज भी प्रयोग करते हैं |
HTML 0.2
html 0.1 की कमियों को दूर करने के लिया HTML 0.2 का विकास किया गया, जिसे 1995 में प्रयोग में लाये गया |
इस नए version में कुछ और tag add किए गया जिसमे से सबसे महत्वपूर्ण <image tag > था
HTML 3.0
अब तक Internet से बहुत लोग जुड़ने लगे थें और काफी सरे लोग अब internet का प्रयोग करने लगे, इसलिय ये जरुरी था html में और भी feature add किया जाए |
इस कर html 3.0 को बनाए गया, लेकिन इसे कभी भी प्रकाशित नहीं किया गए |
HTML 3.2
अब एक html भाषा को mange करने के लिये एक संगठन बनाया गया, इसे W3C – World Wide Web Consortium से जाना जाता हैं
W3C ने html 3.2 को प्रकाशित किया, इसमें और अधिक feature दिया गया थे जैसे की अब document को और style कर सकते हैं इमे अब attribute का प्रयोग भी होने लगा था
HTML 4.0
अगला संस्करण HTML 4.0 का प्रकाशन किया गया.
अब तक ‘Style Sheet’ भी अपना स्थान बनाने लगी थी. इसलिए इस संस्करण में कुछ और विशेषताएं जैसे; frame, script, stylesheet आदि को जोडा गया. और इसे पढने वाले ब्राउजर भी अब कुछ एडवांस हो चुके थे. तथा HTML के अधिकतर विशेषताओं को पढ सकते थे. यह HTML के इतिहास में एक बड़ा बदलाव था.
HTML 4.01
HTML का अगला version HTML 4.01 था जो HTML 4.0 का updated version है. इसे W3C द्वारा 1999 में प्रकाशित किया गया था. आज लगभग वेबसाइट इसी संस्करण में बनी हुई है.
HTML 5
HTML का सबसे updated version HTML 5 है. इसमे HTML 4.01 कि विशेषताओं के अलावा XML कि विशेषताओं को भी जोडा गया है. यह version धीरे अपनी पहचान बना रहा है. और काफि लोकप्रिय हो चुका है.
html सीखने के लिया क्या - क्या चाहियें ?
html बहुत ही आसन computer language हैं और इसे सीखना भी बहुत आसान हैं, इसे सीखने के लिया बहुत ज्यादा चीजो की जरुरत नही है |
- एक computer/ laptop
- internet connection or फ़ोन के hotspot का भी use कर सकते हैं
- computer में एक notepad होना चाहिए जिस पे हम code लिखेगे
- computer में कोई भी एक browser होना चाहिए जैसे की google chrome, Mozilla firfox
HTML का उपयोग कहाँ किया जाता हैं
वैसे तो html का प्रयोग वेब document बनाने के लिया करते है लेकिन आज html का प्रयोग कई जगह किया जाता हैं,
क्योकिं html बाकी सभी computer language का base है इसके बिना webpage नही बनाया जा सकता हैं
html का प्रयोग हम निम्नलिखित जगहों पर करते हैं
- Web Page Development
- Navigation
- Game Development
- Responsive Graphics
- Web Document Formatting
अपने क्या जाना ?
अपने इस पूरी पोस्ट में जाना html क्या होती हैं, html के इतिहास के बारे में जाना, html के कई version के नाम जाने,
हम आगे आने वाली post में html के बारे में और भी जानेगे| अगर आपको कुछ समझ नही आया तो तो comment करके पूछ सकते हैं
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